May 4, 2024

Business

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने स्पेशल फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम अमृत कलश में एनआरआई (एनआरआई इनवेस्ट इन एसबीआई अमृत कलश) के लिए भी निवेश का मौका खोला है। बैंक ने एनआरआई निवेशकों के लिए इस खास एफडी योजना पर ब्याज दर भी बढ़ा दी है और निवेश की समय सीमा भी बढ़ा दी है। एसबीआई की अमृत कलश एफडी योजना में पैसा लगाकर घरेलू और एनआईआई निवेशक भी मुनाफा कमा सकते हैं।

देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने सबसे लोकप्रिय विशेष अमृत कलश जमा योजना (एसबीआई अमृत कलश जमा योजना) में निवेश की समय सीमा 30 जून 2023 तक बढ़ा दी है। इस एफडी योजना में निवेशक 2 करोड़ रुपये से कम का निवेश कर सकते हैं 400 दिनों का कार्यकाल।

एसबीआई अमृत कलश जमा पर ब्याज दर

एसबीआई की अमृत कलश स्पेशल डिपॉजिट स्कीम पहले 15 फरवरी, 2023 से 31 मार्च, 2023 तक निवेश के लिए उपलब्ध थी। एसबीआई की वेबसाइट के मुताबिक, आम नागरिकों के लिए 400 दिन की स्पेशल एफडी स्कीम अमृत कलश पर ब्याज दर बढ़ाकर 7.10 फीसदी कर दी गई है। एनआरआई निवेशक। वहीं, वरिष्ठ नागरिक अगर इसमें निवेश करते हैं तो उन्हें 7.60 फीसदी ब्याज दर दिया जाएगा.

एसबीआई घरेलू एफडी ब्याज दरें

भारतीय स्टेट बैंक नियमित नागरिकों को 7 दिनों से 10 वर्षों के बीच की अवधि के लिए 3% से 7% के बीच ब्याज दर प्रदान करता है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए एसबीआई वी-केयर डिपॉजिट स्कीम के तहत दी जाने वाली ब्याज दर 50 बीपीएस के अतिरिक्त प्रीमियम के साथ 3.5% से 7.50% तक है।

निवेशकों को ब्याज के भुगतान का तरीका

SBI अमृत कलश के निवेशकों को मासिक, त्रैमासिक और अर्धवार्षिक अंतराल पर ब्याज का भुगतान किया जाता है। एसबीआई अमृत कलश की परिपक्वता पर, टीडीएस काटने के बाद ब्याज राशि ग्राहक के खाते में जोड़ दी जाएगी। अमृत कलश जमा में समय से पहले और कर्ज की सुविधा भी शामिल है।

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भारतीय रिजर्व बैंक: आरबीआई बोर्ड ने 2022-23 के लिए केंद्र सरकार को 87,416 करोड़ रुपये का लाभांश देने का फैसला किया

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के बोर्ड ने अपनी बैठक में केंद्र सरकार को 87,416 करोड़ रुपए का लाभांश देने पर अपनी मुहर लगा दी है।

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7वां वेतन आयोग: तमिलनाडु सरकार ने बड़ा ऐलान करते हुए 7वें वेतन आयोग के तहत सरकारी कर्मचारियों के साथ-साथ शिक्षकों, पेंशनभोगियों और पारिवारिक पेंशन के लिए महंगाई भत्ते (डीए) की दर में 4 फीसदी की बढ़ोतरी की है.

38 प्रतिशत से लेकर 42 प्रतिशत तक की नई डीए बढ़ोतरी 1 अप्रैल, 2023 से लागू होगी। इस फैसले का लाभ तमिलनाडु सरकार के 16 लाख कर्मचारियों, शिक्षकों और पेंशनभोगियों को मिलेगा।

2,366.82 करोड़ खर्च बढ़ेगा

डीए में इस बढ़ोतरी से राज्य के खजाने पर अतिरिक्त 2,366.82 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। सरकार ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा, “सरकारी कर्मचारियों और शिक्षकों के लगातार अनुरोधों पर विचार करते हुए, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने 1 अप्रैल से बढ़ोतरी को लागू करने का आदेश दिया है।”

इससे पहले यूपी सरकार ने तोहफा दिया था

इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने भी 1 जनवरी 2023 से अपने कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता और अपने पेंशनभोगियों को महंगाई राहत (DR) में 4 फीसदी की बढ़ोतरी की थी. यह फैसला यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार 16 मई को लिया. डीए और डीआर बढ़ोतरी से राज्य के 16.35 लाख कर्मचारियों और 11 लाख पेंशनरों को फायदा होगा।

इसी साल अप्रैल में बिहार सरकार ने भी ऐलान किया था कि वह कर्मचारियों और पेंशनभोगियों का डीए 4 फीसदी बढ़ाएगी. महंगाई भत्ता (डीए) एक लागत-जीवन-निर्वाह समायोजन भत्ता है, जो सरकार द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों के साथ-साथ उसी के पेंशनभोगियों को दिया जाता है। यह महंगाई राहत (DR) भत्ता के समान है, जो केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों को दिया जाता है।

महंगाई भत्ता कब बदलता है?

केंद्रीय स्तर पर सरकार आमतौर पर हर छह महीने में डीए का भुगतान करती है। महंगाई राहत की दर में संशोधन करता है। जबकि राज्य सरकारें आमतौर पर जनवरी और जुलाई में डीए और डीआर में द्वि-वार्षिक बढ़ोतरी की घोषणा करती हैं।

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इंटरेनट डेस्क। देश में एक बार फिर से लोगों को नोटबंदी देखने को मिलेगी। हालांकि इस बार प्रधानमंत्री ने टीवी पर आकर इसकी घोषणा नहीं की है। इस बार आरबीआई ने सीधे सीधे कह दिया की देश में 2000 रुपये के नोटों को प्रचलन से बाहर किया जा रहा है। अगर आपके पास भी है तो आप 30 सितंबर तक बैंक में जमा करवा सकते है। बदलवा सकते है।

जानकारी के अनुसार भारतीय रिजर्व बैंक ने लोगों को 30 सिंतबर तक यह नोट बदलवाने की सलाह दी है। बैंक में एक बार में आप 2000 के 20 नोट जमा करा सकेंगे और उनके बदले आपको छोटे नोट दे दिए जाएंगे। सभी बैंकों में 2000 रुपये के नोट बदलने की सुविधा मिलेगी।

वहीं आरबीआई ने सभी बैंकों को आदेश भी दे दिया है की अब से कोई भी दो हजार को नोट जारी नहीं करेगा। केंद्रीय बैंक की और से कहा गया है कि वह 2,000 रुपये के नोट प्रचलन से हटा रहे है और लोग यह नोट 30 सितंबर तक बदल सकते हैं।

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नयी दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतों में गिरावट के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोने का भाव 105 रुपये की गिरावट के साथ 60,045 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी।

पिछले कारोबारी सत्र में सोना 60,150 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था।हालांकि, चांदी की कीमत भी 255 रुपये बढ़कर 73,500 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) सौमिल गांधी ने कहा, ;;दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने की हाजिर कीमत 105 रुपये की गिरावट के साथ 60,045 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गयी।

विदेशी बाजारों में सोना गिरावट के साथ 1,967 डॉलर प्रति औंस रह गया जबकि चांदी तेजी के साथ 23.88 डॉलर प्रति औंस हो गया।शुक्रवार को एशियाई कारोबार में सोने की कीमत में गिरावट दर्ज की गई।

Pc:The Economic Times

नयी दिल्ली। खाने-पीने के सामान की ऑनलाइन डिलिवरी करने वाले मंच स्विगी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और सह-संस्थापक श्रीहर्ष मजेटी ने कहा है कि कंपनी अब मुनाफे की स्थिति में पहुंच गई है।

श्रीहर्ष ने बृहस्पतिवार को कहा कि अपनी श्रेणी में स्विगी नौ वर्ष से भी कम समय में मुनाफे की स्थिति में पहुंचने वाली कुछ वैश्विक कंपनियों में शामिल हो गई है।
भारत के सफर पर मजेटी ने अपने ब्लॉग पर लिखा, “स्विगी में अगले दो दशक में वृद्धि की भारी क्षमता है और यह खाना पहुंचाने के सेवा क्षेत्र में वृद्धि जारी रखेगा।”
उन्होंने लिखा, “नवोन्मेष पर हमारे विशेष ध्यान ने मजबूत क्रियान्वयन के साथ मिलकर एक और मील का पत्थर स्थापित किया है।

मार्च, 2023 तक स्विगी का डिलिवरी कारोबार मुनाफे में आ गया है।”मजेटी ने कहा, “खाना पहुंचाने के व्यवसाय में यह सिर्फ हमारे लिए नहीं बल्कि पूरी दुनिया में एक मील का पत्थर है क्योंकि स्विगी अस्तित्व में आने के सिर्फ नौ वर्ष के अंदर मुनाफा कमाने वाली कुछ चुनिंदा वैश्विक मंचों में शामिल हो गई है।”

Pc:thesootr

मुंबई। अमेजन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस) भारत में क्लाउड संबंधित बुनियादी ढांचा में 2030 तक 1,05,600 करोड़ रुपये (12.7 अरब डॉलर) निवेश करेगी।

कंपनी क्लाउड सेवाओं में ग्राहकों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिये यह निवेश कर रही है।अमेजन की क्लाउड कम्प्यूटिंग इकाई ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा कि डेटा सेंटर बुनियादी ढांचा में निवेश से भारतीय कारोबार में सालाना औसतन 1,31,700 पूर्णकालिक नौकरियां सृजित होने की उम्मीद है।

बयान के अनुसार जो नौकरियां सृजित होंगी, उसमें निर्माण, इंजीनियरिंग, दूरसंचार और अन्य रोजगार शामिल हैं।एडब्ल्यूएस ने बयान में कहा कि उसकी भारत में क्लाउंड संबंधित बुनियादी ढांचे में 1,05,600 करोड़ रुपये निवेश की योजना है। इसके साथ 2030 तक भारत में कुल निवेश 1,36,500 (16.4 अरब डॉलर) पहुंच जाने का अनुमान है।कंपनी 2016 से 2022 के दौरान 3.7 अरब डॉलर (30,900 करोड़ रुपये) निवेश कर चुकी है।

Pc:F21news : Jharkhand News Ranchi

As the crowing of a rooster signals the break of dawn in Taplejung in eastern Nepal, two men grab their slingshots and head out to work. They know they have a long day ahead of them, guarding the orange trees from the hungry monkeys that roam the forests.

These staffers at the orange research centre in Taplejung aren’t alone in their struggle. Across Nepal’s central hill country, thousands of farmers face the same problem: troops of rhesus macaques (Macaca mulatta), accustomed to human food, enter their fields, leaving behind a trail of destruction and exasperated farmers.

“Sometimes we feel that we are farming not to feed ourselves, we are doing it for the monkeys,” says Ram Prasad Timsina from Pokhara. “They are not afraid to attack us if they find us alone.”

Fed up with the monkeys, everyone from farmers to government officials at the municipal through to national levels have long been looking for quick-fix solutions to the issue. Then recent reports emerged from another South Asian country, Sri Lanka, that’s also dealing with crop-raiding macaques. That country’s agriculture minister announced the proposed export of 1,00,000 toque macaques (Macaca sinica) to China in a bid “to control their population”.

While the government in Colombo said the monkeys would be sent to zoos in…

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इंटरनेट डेस्क। आपका बैंक खाता भी एसबीआई बैंक में है तो ये खबर आपके लिए बड़े ही काम की हो सकती है। ऐसा इसलिए कह रहे है की एसबीआई अब आपको एक ओर सुविधा देने जा रही है जिसके बाद आपको बैंक के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। एसबीआई के ग्राहक जो अपने खाते को एसबीआई की ही दूसरी शाखा में ट्रांसफर करवाना चाहते है उनके लिए ये बड़े काम की बात है।

इस काम के लिए अब आपको बैंक जाने की जरूरत नहीं है। इसे आप ऑनलाइन घर बैठे भी कर सकते हैं। आपकों अकाउंट को एक शाखा से दूसरी शाखा में ट्रांसफर करने के लिए आपके पास उस शाखा का कोड होना चाहिए। जहां आप अपना अकाउंट ट्रांसफर करना चाहते हैं।

इसके अलावा आपका फोन नंबर बैंक खाते के साथ रजिस्टर्ड होने अनिवार्य है। एसबीआई के ग्राहक अपने स्मार्टफोन में योनो ऐप या योनो लाइट के जरिए भी बैंक ब्रांच बदल सकते हैं।

pc- jagran.com